बच्चे अभिभावक से स्वघोषणापत्र लाएंगे तभी मिलेगा स्कूल में प्रवेश
26 मई से पंजाब सरकार ने 10वीं 11वीं और 12वीं की कक्षाएं शुरू करने की मंजूरी दे दी है।
संस, अमृतसर: 26 मई से पंजाब सरकार ने 10वीं, 11वीं और 12वीं की कक्षाएं शुरू करने की मंजूरी दे दी है। हालांकि स्कूल आने वाले विद्यार्थियों को अपने अभिभावकों से सहमति पत्र भी लाना होगा। अभिभावक यह सुनिश्चित बनाएंगे कि विद्यार्थी के बारे स्वघोषणापत्र में दर्ज की गई जानकारी गलत न हो। वहीं प्रबंधकों ने भी स्कूलों में सैनिटाइजेशन करने और कोविड प्रोटोकाल के तहत बच्चों को बिठाने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।
दरअसल, पंजाब सरकार ने 26 जुलाई से स्कूलों में दसवीं से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को बुलाने की मंजूरी सशर्त दी है। इसमें कहा है कि स्कूल स्टाफ का वैक्सीनेशन होना जरूरी है। अधिकांश स्कूलों में अध्यापकों ने टीकाकरण करवा लिया है। पांच से 10 प्रतिशत अध्यापकों के टीकाकरण में देरी हो रही है। ये अध्यापक गंभीर बीमारियों के कारण टीका लगवाने की स्थिति में नहीं है। स्वघोषणापत्र का यह है प्रारूप
मैं सरकार की कोविड-19 संबंधी निर्देशों से अवगत हूं। मेरा बच्चा भी इन निर्देशों से पूरी तरह अवगत है। अब जब सरकार द्वारा स्कूल खोलने का निर्देश जारी किया गया है। इसमें मैं अपने पुत्र या पुत्री को सभी सावधानियों को ध्यान में रखते हुए स्कूल भेजने के लिए सहमति प्रकट करता या करती हूं। स्कूल के दौरान किसी प्रकार की भी बच्चे को समस्या आने पर मैं खुद जिम्मेदार होगा या होंगी। घोषणापत्र में यह भी लिखा गया है कि यदि जानकारी सही नहीं पाई जाती तो मैं खुद यानी अभिभावक सजा का भागीदार होगा। कोट्स
10वीं, 11वीं व 12वीं के विद्यार्थियों को अभिभावकों की सहमति से ही स्कूल में प्रवेश मिलेगा। इसके अलावा आन लाइन एजुकेशन भी जारी रहेगी। पाठ्यक्रम एक जैसा ही रहेगा। स्कूल में कोरोना से बचाव के लिए सभी नियम अपनाएं जाएंगे।
-सतिदरबीर सिंह, डीईओ